इतना तो करना मोदी
जब रिज़ल्ट दिल्ली का निकले
हार हो या जीत हो
सब अपने नाम लिख ले
केजरीवाल की जय हो
'आप' की विजय हो
सशक्त विपक्ष उदय हो
सब अपने नाम लिख ले
गंगा मलिन पड़ी हो
जनता दुखी बड़ी हो
प्रश्नों की लगी झड़ी हो
सब अपने नाम लिख ले
काला धन बढ़ा-चढ़ा हो
चंदे में आ जुटा हो
हिसाब में घपला हो
सब अपने नाम लिख ले
कश्मीर में हुआ दगा हो
भ्रष्टों का हुआ भला हो
अपनों से हुआ खफ़ा हो
सब अपने नाम लिख ले
(किससे क्षमा माँगू? अनूप जलोटा से?)
9 फ़रवरी 2015
सिएटल | 513-341-6798
2 comments:
जीत दिल्ली के voters की होगी जब उनके मन पसंद candidates जीतेंगे। कविता ने कई important problems को touch किया है जैसे काला धन, pollution, etc. आशा है कि leaders अब party lines को छोड़कर इन problems को solve करने के लिए cooperate करेंगे। इस line की positive spirit अच्छी लगी : "सशक्त विपक्ष उदय हो"
HAHAHA! I hope someone wil forward this poem to Modi.
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