Thursday, July 9, 2015

देर है पर अंधेर नहीं


एक काण्टेक्ट
जिसे अब काण्टेक्ट नहीं किया जा सकता
उसे डिलीट करने का
मुझमें हौसला नहीं है
और
उसे
उसने
मिटाने में 
देर नहीं की

कहते हैं
उसके यहाँ 
देर है पर अंधेर नहीं 

देर तो हुई नहीं 
तो क्या अब
उजाला ही उजाला होगा?

कब और कहाँ?

9 जुलाई 2015
दिल्ली | +91-11-2237-3670

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1 comments:

Anonymous said...

हम जानते हैं कि उस एक contact का phone अब कभी नहीं आएगा, उसका कभी कोई comment नहीं आएगा, न ही कोई update मिलेगा, मगर वो contact हमारे जीवन का एक अटूट हिस्सा है, हमारी list में एक permanent entry है। Contact list scroll करते हुए जब भी उसका नाम देखेंगे तो एक second के लिए pause करेंगे, उसे याद करेंगे।

कविता के end में सवाल अच्छा लगा।