Wednesday, May 5, 2021

व्हाट्सेप के ज्ञान पे एतबार करता हूँ

https://youtu.be/C8DQOBXedcU


बस यही अपराध मैं हर बार करता हूँ 

व्हाट्सेप के ज्ञान पे एतबार करता हूँ 


कोई कहे स्वर्ग

कोई कहे नर्क

है ये धरती पर

किस की छोड़ूँ

किस की मानूँ 

हर कोई लीडर 

हर किसी की बात मैं

स्वीकार करता हूँ 


मैं हूँ हँसता

मैं हूँ रोता

हर पोस्ट पढ़ कर

कोई समय नहीं 

कोई पहर नहीं 

दिन-रात पल-पल

मैं ये ग़लती एक नहीं 

कई बार करता हूँ 


मैं न हिन्दू 

मैं न मुस्लिम 

मैं हूँ एक सिफ़र 

जो जो समझे

वो नहीं मैं 

मैं हूँ एक सिफ़र 

मैं हूँ क्या मैं खुद नहीं

विचार करता हूँ 


राहुल उपाध्याय । 2 मई 2021 । सिएटल 


इससे जुड़ीं अन्य प्रविष्ठियां भी पढ़ें


0 comments: