Saturday, May 22, 2021

अब तो है तुमसे हे प्रभु विनती

https://youtu.be/ArVJxtqhuao


अब तो है तुमसे हे प्रभु विनती 

यूँ ही मरना हो ना मेरी नियति


अब बंद करो मुझपे ये ज़ुल्म ढाना

फिर चाहे जो भी करो दूँगा न ताना

चाहे बनाओ रातें लम्बी अब जितनी


तेरे प्यार से भगवन ख़ुश मैं बहुत हूँ 

तेरे द्वार पे रोया भी मैं बहुत हूँ 

देखो कहाँ मैं जाऊँ ले के ये भक्ति 


(मजरूह से क्षमायाचना सहित)

राहुल उपाध्याय । 22 मई 2021 । सिएटल 




इससे जुड़ीं अन्य प्रविष्ठियां भी पढ़ें


0 comments: