वह मुझसे रोज़ बात नहीं कर पाती है
कभी वह व्यस्त
कभी मैं
कभी वह मजबूर
कभी मैं
मिस्ड कॉल देखकर ही
हम संतुष्ट हो जाते हैं
मानो घंटों बातें कर ली हो
आलिंगन में बंध गए हो
सात क्या सत्तर फेरे ले लिए हो
वह मेरा स्टेटस देख लेती है
मैं उसका
कभी सोने से पहले
कभी जगने के बाद
जैसे कोई इबादत करता हो
हम ज़मीं पर नहीं
हम सातवें आसमान पर हैं
हाँ, वह मुझसे रोज़ बात नहीं कर पाती है
लेकिन हम हर पल साथ रहते हैं
राहुल उपाध्याय । 16 अप्रैल 2024 । सिएटल
2 comments:
सुन्दर राम नवमी की हार्दिक शुभकामनायें
ये मोहब्बत है आज के ज़माने की। बहुत खूबसूरत।
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