कौन ब्राह्मण है
कौन नहीं
इस पर क्यों विवाद
सदियों से कवि विचारक
कहते रहे यही बात
मौल करो तलवार का
पड़ी रहन दो म्यान
कौन क्या काम कर रहा
ये उसका अपना फ़ैसला
इसमें गिनती का खेल कर
क्यों करा रहे विष पान
चार दिन की ये चर्चा
फिर ढाक के तीन पात
सब अपने-अपने काम में
खो जाएँगे दिन-रात
राहुल उपाध्याय । 25 जून 2024 । सिएटल
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