जिससे आनी चाहिए थी खुली हवाएं
वो चंगुल में सारा जहां जकड़ रहा था
इतनी जमा हो गई थी दौलत
कि सब के सामने अकड़ रहा था
इंटरनेट ने जब दी इसे चुनौती
इन्डस्ट्री को एक राहत मिली है
टर्मिनल पेशियंट को जैसे
रामबाण दवा की नवीन डोज़ मिली है
[इस पहेली का हल अंतिम पंक्ति में छुपा हुआ है। ध्यान से देखे तो साफ़ नज़र आ जाएगा। उदाहरण के तौर पर देखे 'पहेली 1'. या अन्य पहेलियां । आप चाहे तो इसका हल comments द्वारा यहां लिख दे। या फिर मुझे email कर दे इस पते पर - upadhyaya@yahoo.com ]
Friday, April 18, 2008
पहेली 16
Posted by Rahul Upadhyaya at 12:38 PM
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1 comments:
वीन डोज़ (windows)
-
dhananjaya rao
v-dharao@microsoft.com
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