Tuesday, February 2, 2021

दूरी

ऑनलाइन सब भेजा जा सकता है

डाटा ख़त्म हो जाए तो 

यहाँ से बैठे-बैठे

रिचार्ज कराया जा सकता है

पानी गर्म करने वाली इमरशन रॉड 

ख़राब हो जाए तो

नई डिलीवर करवाई जा सकती है

चूड़ी-बिंदिया-प्लाजो-चप्पल 

सब भिजवाए जा सकते हैं

पिज़्ज़ा-भटूरे-भुट्टे भी


लेकिन 

चाकू चुभ जाए

उँगली से खून निकल आए

तो मुँह में दबाकर 

खून सोख नहीं सकता

रोक नहीं सकता 

काँधे पर सर रख कर

बालों में उँगलियाँ नहीं फेर सकता

पीठ थपथपा कर 

कच्ची नींद में नहीं ले जा सकता

अधखुली आँखों को

गर्म साँसों को 

अपनी गर्दन पर

महसूस नहीं कर सकता

उन्हें विश्वास नहीं दिला सकता कि

मैं हूँ 

मैं यहीं हूँ

मैं यही हूँ 


स्क्रीन के कितना ही पास चला जाऊँ 

7,384 मील की दूरी मिट नहीं सकती


राहुल उपाध्याय । 2 फ़रवरी 2021 । सिएटल 





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