तीन चौथाई पानी है
फिर भी तरसती आँखों से
तकती है धरती मेघों को
पाती है, पीती है, तकती है
पाती है, पीती है, तकती है
पाती है, पीती है, तकती है
संतुष्टि नहीं
असंतुष्टि ही
जीवन चक्र है
राहुल उपाध्याय । 23 जनवरी 2022 । सिएटल
तीन चौथाई पानी है
फिर भी तरसती आँखों से
तकती है धरती मेघों को
पाती है, पीती है, तकती है
पाती है, पीती है, तकती है
पाती है, पीती है, तकती है
संतुष्टि नहीं
असंतुष्टि ही
जीवन चक्र है
राहुल उपाध्याय । 23 जनवरी 2022 । सिएटल
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