Friday, January 28, 2022

घर वो हुआ करते थे

घर वो हुआ करते थे 

जहाँ लोग रहा करते थे 

बुआ-मौसी अपने बच्चों सहित

गर्मियों की छुट्टियाँ बीताने आया करते थे 


फिर वे सराय बन गए

जहाँ कुछ लोग कभी-कभार 

रात-दो-रात गुज़ार लिया करते थे 


अब ये रेस्टोरेन्ट हैं

खाया, पिया और खिसकें 


राहुल उपाध्याय । 28 जनवरी 2022 । सिएटल 


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2 comments:

Pramila Kaushik said...

सचमुच घर से सराय और फिर रेस्टोरेंट बन गए हैं। आपने बहुत ही सही रूपक दिया है। बहुत ख़ूब 👌👌

संगीता स्वरुप ( गीत ) said...

सही विश्लेषण