इक लड़की मुझे प्यार करती है
चल के मिलने वो मुझसे आई है
कब कहाँ थे सितारे बुलंद इतने
इक लड़की मुझे प्यार करती है
उसकी आँखों में स्वप्न हज़ारों हैं
एक-एक पे ये जान निकलती है
मेरी बाँहों में जाँ है जाँ जितनी
सब तुझपे ही दिल से लुटाई है
ख़्वाब देखे कहाँ ख़्वाबगाहों में
शमा जल के जहाँ ना बुझती है
राहुल उपाध्याय । 13 दिसम्बर 2022 । दिल्ली
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