बात बन जाएगी ऐ दिल
आज जो ख़्वाब हैं कल वो होंगे हासिल
हाथ जब साथ हैं तेरे
हाथ ख़ुद ही तुझे कर के रहेंगे काबिल
जो है तेरा वो तेरा ही होगा
अपने आप पे रख तू भरोसा
जो भी हो तू छोड़ न मौक़ा
डर न कभी, जीत ले तू सभी
रोग-विकारों को
एक दिन साथ तेरे होगी मंज़िल
बातों पे तू ध्यान न दे
लोगों का अहसान न ले
सर को उठाकर तू जो चले
रोए न कभी, लाए न कभी
क्षोभ-विचारों को
तुझको कब कैसे भला होगी मुश्किल
राहुल उपाध्याय । 23 दिसम्बर 2022 । त्रिवेंद्रम
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