तेरी रैलियों में न रखेंगे कदम आज के बाद
तुझको सुनने को न आएँगे सनम आज के बाद
तू मेरा मिलना समझ लेना इक सपना था
तूने तो खो ही दिया जो तेरा अपना था
गले हम तुमको न लगाएँगे सनम आज के बाद
फिर से आएँगी घड़ियाँ मुझपे चुनने की
तुझको ना चूनूंगा जब होगी बारी चुनने की
वोट तुमको न दे पाएँगे सनम आज के बाद
(सावन कुमार से क्षमायाचना सहित)
राहुल उपाध्याय । 30 मार्च 2023 । सिएटल
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