कोई कहता कुछ है
कोई सुनता कुछ है
कोई लिखता कुछ है
कोई पढ़ता कुछ है
कोई समझता कुछ है
और कुछ का कुछ हो जाता है
-------
उन्होंने कहा:
मैं नेपाली
किसी ने सुना:
मैंने पाली
किसी ने लिखा:
मैंने पा ली
-------
पिछले हफ़्ते तारीख़ थी:
सात-सात
लिखे गए अलग-अलग
पर सुनाई दिए साथ-साथ
थे दो ही
पर लगा जैसे हों सात सात
और
आज के तो ठाठ ही निराले हैं:
तेरा साथ है
तो मुझे क्या कमी है
अंधेरों से भी मिल रही रोशनी है
13-7-2016
सिएटल | 425-445-0827
Http://tinyurl.com/rahulpoems
(तेरा साथ है तो - संतोष आनंद का लिखा यह प्यारा गीत सुनें एवं देखें यहाँ : http://youtu.be/Vw6Ttzj7ea8)
0 comments:
Post a Comment