साधन बढ़े
संसाधन बढ़े हैं
फिर भी हम आज
मूक पड़े हैं
ऊँगलियाँ हिलती हैं
लब नहीं हिलते हैं
आस-पड़ोस से भी अब
हम नहीं मिलते हैं
ग्राहम बेल का फोन
मूक पड़ा है
हेनरी फ़ोर्ड की कार
मुँह ताक रही है
इधर की GIF
बस उधर हो रही है
किसी और की शुभकामनाएँ
किसी और की हो रहीं हैं
न हमने रखी
न हमने दी हैं
मिनटों में बस
छुट्टी की है
कट-पेस्ट न होता
तो क्या हम करते?
फ़ॉरवर्ड न होता
तो हम इतने बैकवर्ड न होते
कि ...
साधन बढ़े
संसाधन बढ़े हैं
फिर भी हम आज
मूक पड़े हैं
11 अक्टूबर 2016
सिएटल | 425-445-0827
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