जब भी इम्तहान का निकला XXXXXX
चाहा, आऊँ अव्वल, न दूजा, XXX XXX
इस पहेली की पहली पंक्ति के अंतिम शब्द को खोजे, और उस शब्द के दो टुकड़े ऐसे करे कि वे दूसरी पंक्ति के अंतिम शब्द बन जाए।
सहायता के लिए ये तीन उदाहरण देखें। उदाहरण में हर हल का पहला शब्द तीन अक्षर का है। लेकिन यह मात्र संयोग है। इस पहेली का यह नियम नहीं है। और कितने X हैं, यह अक्षरों की संख्या का संकेत भी नहीं है।
Monday, June 9, 2008
पहेली 20
Posted by Rahul Upadhyaya at 10:30 AM
आपका क्या कहना है??
2 पाठकों ने टिप्पणी देने के लिए यहां क्लिक किया है। आप भी टिप्पणी दें।
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
2 comments:
जब भी इम्तहान का निकला नतीजा
चाहा, आऊँ अव्वल, न दूजा, न तीजा ।
Thank you, Rahul, ki yeh thodi aasaan paheli poochhi aur hum hal kar paaye.
Post a Comment