जब भी इम्तहान का निकला XXXXXX
चाहा, आऊँ अव्वल, न दूजा, XXX XXX
इस पहेली की पहली पंक्ति के अंतिम शब्द को खोजे, और उस शब्द के दो टुकड़े ऐसे करे कि वे दूसरी पंक्ति के अंतिम शब्द बन जाए।
सहायता के लिए ये तीन उदाहरण देखें। उदाहरण में हर हल का पहला शब्द तीन अक्षर का है। लेकिन यह मात्र संयोग है। इस पहेली का यह नियम नहीं है। और कितने X हैं, यह अक्षरों की संख्या का संकेत भी नहीं है।
उदाहरण:
1 -
जब तक देखा नहीं XXXXXX
अपनी खामियाँ नज़र XXX XXX
हल - आईना, आई ना
जब तक देखा नहीं आईना
अपनी खामियाँ नज़र आई ना
2 -
हे हनुमान, राम, XXXXXX
रक्षा करो मेरी XXX XXX
हल - जानकी, जान की
हे हनुमान, राम, जानकी
रक्षा करो मेरी जान की
3 -
पूरी करो मेरी XXXXXX
खुले लॉटरी करूँ XXX XXX
हल - कामना, काम ना
पूरी करो मेरी कामना
खुले लॉटरी करूँ काम ना
पहेली 20 का हल: नतीजा, न तीजा
जब भी इम्तहान का निकला नतीजा
चाहा, आऊँ अव्वल, न दूजा, न तीजा
Tuesday, June 10, 2008
पहेली 20 का हल
Posted by Rahul Upadhyaya at 10:44 AM
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Labels: riddles_solved
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