Wednesday, November 4, 2020

ये चुनाव है

ये चुनाव है, इस चुनाव का

यही है, यही है, यही है रंग रूप

थोड़े ख़ुश हैं, थोड़े दुखिया

यही है, यही है, यही है छाँव धूप


ये न सोचो इसमें अपनी हार है कि जीत है

उसे अपना लेना जो भी जाता जीत है

ये ज़िद छोड़ो, यूँ ना रूठो, हर नेता इक इंसान है


गुण से ना कौशल से काम से न काज से

वोटों की भीड़ जुटी न नेता के प्रचार से

कोई जीते, कोई हारे। ये ऐसा सिस्टम है


(आनन्द बक्षी से क्षमायाचना सहित)

राहुल उपाध्याय । 4 नवम्बर 2020 । सिएटल


https://youtu.be/IwB6_CA7SYY 


इससे जुड़ीं अन्य प्रविष्ठियां भी पढ़ें


0 comments: