Friday, August 1, 2014

ये अगस्त है, अगस्त है

ये अगस्त है, अगस्त है
चढ़ती राखी जिसमें हस्त है
मटकी होती ध्वस्त है
दुश्मन हुए पस्त हैं

और एक हम हैं कि
फ़ेसबुक पर व्यस्त हैं
बहनों को भाई का पता भी
पता नहीं दुरुस्त है
दीवार पे ही
फ़ोटो-वोटो शेयर कर के
हो रही आश्वस्त हैं

कामकाजी दुनिया ने
जन्माष्टमी का पर्व भी
कर दिया निरस्त है

15 अगस्त - 26 जनवरी
सब एक ही तो बात है
स्वतन्त्रता दिवस - गणतन्त्र दिवस
सब हो रहे गड्ड-मड्ड हैं

ये अगस्त है, अगस्त है
महीना बड़ा मस्त है
कुछ बुढ़े खूसट लोग ही
पुरानी बाते याद कर के
हो रहे फ़्रुस्त हैं

1 अगस्त 2014
सिएटल । 513-341-6798

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1 comments:

Anonymous said...

इस कविता में rhyming words बहुत अच्छे हैं: अगस्त, हस्त, ध्वस्त, पस्त, व्यस्त, दुरुस्त, आश्वस्त, निरस्त, दिवस, मस्त, फ़्रुस्त ("फ़्रुस्त" का meaning शब्द-कोष में ढूंढा मगर मिला नहीं।)

कविता में सही लिखा है कि इस fast-paced जीवन में हम भूल गए हैं कि अगस्त का महीना राखी, जन्माष्टमी, और स्वतंत्रता दिवस मनाने का है। अगले महीने तो मौसम भी बदल जायेगा - पत-झड़ शुरू हो जायेगा।