Saturday, February 9, 2008

पहेली 9


चिट्ठाजगत अधिकृत कड़ी

ये कटती है पर जुड़ती नहीं
ये चढ़ती है पर उतरती नहीं
ये जमती है पर पिघलती नहीं
ये बहती हैं पर रूकती नहीं

अंदर बाहर एक ही है नाम
कुछ देते हैं इसे घी का नाम
मेरे पहेली ने शायद भर दिया इसमें दम
दूसरों का ज्यादा दिखता है अपना कम
[इस पहेली का हल अंतिम पंक्ति में छुपा हुआ है। ध्यान से देखे तो साफ़ नज़र आ जाएगा। उदाहरण के तौर पर देखे 'पहेली 1'
आप चाहे तो इसका हल comments द्वारा यहां लिख दे। या फिर मुझे email कर दे इस पते पर - upadhyaya@yahoo.com
]

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