चाहे हो स्मार्ट, चाहे हो fool
Valentine के दिन तो सब लाते हैं फूल
फ़रवरी के महीने में भी कभी खिलते हैं फूल?
फिर भी खरीदे जाते हैं लाखों-करोड़ों के फूल
मार्केटिंग ने आंखो में जो झोंक दी ऐसी धूल
चाहे हो स्मार्ट, चाहे हो fool
Valentine के दिन तो सब लाते हैं फूल
चाँकलेट ले कर, इत्र ले कर या ले कर गले का हार
श्रीमान दिखलाते हैं श्रीमती को अपना प्यार
ताकि पिछले सारे झगड़े श्रीमती जाए भूल
चाहे हो स्मार्ट, चाहे हो fool
Valentine के दिन तो सब लाते हैं फूल
आँफ़िस हो पोस्ट आँफ़िस हो या हो कील-हथौड़े की दुकान
घर हो चर्च हो या हो कोई सार्वजनिक स्थान
हर जगह गुलाबी दिल हवा में रहा है झूल
चाहे हो स्मार्ट, चाहे हो fool
Valentine के दिन तो सब लाते हैं फूल
नन्ही सी जान है और हो रहा है प्रणय से परिचय
क्यूं नही समाज के लिए ये चिंतन का विषय?
दिल काट के कार्ड बनाना सीखा रहे preschool
चाहे हो स्मार्ट, चाहे हो fool
Valentine के दिन तो सब लाते हैं फूल
12 फ़रवरी 2008
सिएटल
Tuesday, February 12, 2008
Valentine (2008)
Posted by Rahul Upadhyaya at 11:17 PM
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