एक ही के साथ रहता
तो उसे ही दोष देता
कि ये मुझे समझ नहीं पाई
एक ही प्यार करती
तो लगता
तरस खा रही है
एक से ज़्यादा हो तो
सम्भावनाएँ अनेक हैं
ख़ुश होने की
दुखी होने की
एक ही जीवन में
कई जीवन जी लेना
मेरी ख़ुशनसीबी है
राहुल उपाध्याय । 25 मार्च 2022 । सिएटल
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