घर में पचास काम पड़े हैं
और मैं चादर ओढ़
चैन की नींद सो रहा हूँ
सच मानिए
इतना आनंद आ रहा है कि
बता नहीं सकता
मानो नवीं कक्षा के इम्तिहान वाली रात
जिस नींद से मैं लड़ रहा था
भाग रहा था
उसे मैं आज ले रहा हूँ
44 साल लगे
इस पूर्णानन्द को पाने में
15 अप्रैल में अभी
16 दिन बाक़ी हैं
तब तक
एक न एक दिन
टैक्स भी भर दूँगा
बच्चे की कॉलेज की फ़ीस भी
घर का प्रापर्टी टैक्स भी
आज तो अपने मन की कर लूँ
काम न हो तो सोने का भी मज़ा नहीं
राहुल उपाध्याय । 30 मार्च 2022 । सिएटल
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