Wednesday, March 9, 2022

हम चाँद पर चढ़े थे या उतरे थे

हम 

चाँद पर चढ़े थे या उतरे थे

इससे मुझे कोई लेना देना नहीं है 

मुझे तो मेरे चाँद से गले मिलना है 


धरती के चंगुल से निकलने की 

इस्केप वेलोसिटी चाहे जो भी हो

मुझे मेरे अहं के दायरे से निकलने में 

वक्त लगेगा 

ईंधन लगेगा 

जो कि

मेरे पास नहीं है 


चाँद से मिलना, एक हो जाना 

इतना आसान नहीं 


मैं, मैं न रहूँ 

यह मुझे स्वीकार नहीं 


राहुल उपाध्याय । 9 मार्च 2022 । सिएटल 






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