Saturday, July 22, 2023

कहीं पे है चावल

कहीं पे है चावल

कहीं पे टमाटर

कमी का है दौर

हर ओर हॉटर 


रातोंरात हुआ कैसे

ये सम्भव 

पॉवरफुल जो थे

हुए बिन पॉवर


चावल की एक नहीं 

हैं नस्लें कई

पर खाना वही है

जो बेचे न हॉकर


ज़रूरत है कि नहीं 

पता भी नहीं है 

पर भर रहे हैं कार्ट

लाइनें लगा कर


कुछ के लिए हैं

यह स्वर्णिम अवसर

बन गए हैं लाला

बीस बैग पा कर


राहुल उपाध्याय । 22 जुलाई 2023 । सिएटल 


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