Thursday, September 17, 2020

कली तो गुलशन में खिली रहती है


कली तो गुलशन में खिली रहती है


आजकल के नेताओं का ऐसा बुरा हाल है

इन्हें तो ट्वीटर की लगी रहती है


आजकल के कवियों का ऐसा बुरा हाल है

इन्हें तो फ़ेसबुक की लगी रहती है


आजकल की फ़िल्मों का ऐसा बुरा हाल है

इन्हें तो ओ-टी-टी की लगी रहती है


आजकल के बूढ़ों का ऐसा बुरा हाल है

इन्हें तो व्हाट्सएप की लगी रहती है


आजकल के बच्चों का ऐसा बुरा हाल है

इन्हें तो इन्स्टाग्राम की लगी रहती है


आजकल के संतों का ऐसा बुरा हाल है

इन्हें तो यूट्यूब की लगी रहती है


आजकल के भक्तों का ऐसा बुरा हाल है

इन्हें तो प्रसाद की लगी रहती है


आजकल के डॉक्टरों का ऐसा बुरा हाल है

इन्हें तो फ़ीस की लगी रहती है


राहुल उपाध्याय । 17 सितम्बर 2020 । सिएटल 

https://youtu.be/pi29eMdNT6M 


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