ऐ मेरे दोस्त कहीं और भेज
फ़ॉरवर्ड से व्हाट्सएप मेरा भर गया
ढूँढ ले अब कोई ग्रुप नया
पक गया झूठे नारों से मैं
झूठी आशा-ओ-वादों से मैं
इन वीडियों से क्या फ़ायदा
जिसमें दिल की कली जल गई
ज़ख़्म फिर से हरा हो गया
चार आँसू कोई रो दिया
गीत कोई किसी ने गा दिया
लुट रहा था किसी का जहां
देखती रह गई भीड़ जमी
बन गया बेरहम वीडियो
(शैलेंद्र से क्षमायाचना सहित)
राहुल उपाध्याय । 8 सितम्बर 2020 । सिएटल
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सुन्दर
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