Wednesday, September 23, 2020

धन्य कोरोना!

धन्य कोरोना!

तेरे कारण 

न पाँव लागूँ

न पाँव पड़ूँ 

न किसी को सर चढ़ाऊँ 


धन्य कोरोना!

तेरे कारण 

न गले लगूँ

न कोई गले पड़े

न किसी का दम घुटे


धन्य कोरोना!

तेरे कारण 

न कोई हाथ मिलाए

न किसी के हाथ लगूँ

दो हाथ दूर सब लोग रहे


धन्य कोरोना!

तेरे कारण 

न आए कोई

न जाऊँ कहीं 

झूठ बोलूँ-सुनूँ नहीं 


धन्य कोरोना!

तेरे कारण 

न कोई उँगली पकड़े

न पहुँचे तक पहुँचे

रूहानी मोहब्बत रूहानी रहे


राहुल उपाध्याय । 23 सितम्बर 2020 । सिएटल 


इससे जुड़ीं अन्य प्रविष्ठियां भी पढ़ें


0 comments: