धन्य कोरोना!
तेरे कारण
न पाँव लागूँ
न पाँव पड़ूँ
न किसी को सर चढ़ाऊँ
धन्य कोरोना!
तेरे कारण
न गले लगूँ
न कोई गले पड़े
न किसी का दम घुटे
धन्य कोरोना!
तेरे कारण
न कोई हाथ मिलाए
न किसी के हाथ लगूँ
दो हाथ दूर सब लोग रहे
धन्य कोरोना!
तेरे कारण
न आए कोई
न जाऊँ कहीं
झूठ बोलूँ-सुनूँ नहीं
धन्य कोरोना!
तेरे कारण
न कोई उँगली पकड़े
न पहुँचे तक पहुँचे
रूहानी मोहब्बत रूहानी रहे
राहुल उपाध्याय । 23 सितम्बर 2020 । सिएटल
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