न किसी के ग्रुप में मैं एड हूँ
न किसी के फ़ोन में नाम है
जो डीलिट हुई वो ऐप हूँ
जो डिक्लाइन हो वो कॉल हूँ
मेरा स्टेटस सूखा रह गया
न मैं किसी का देख सका
न पोस्ट कोई मेरी पढ़ता
न किसी की पोस्ट मैं पढ़ सका
क्या ग़ज़ब हुआ, क्या ग़ज़ब हुआ
जो चार्ज न हो वो मैं फ़ोन हूँ
मेरा डी-पी रोता रह गया
कोई फ़र्क़ किसी को न पड़ रहा
मैं अपने जहान में त्रस्त हूँ
मैं आप ही अपने में सड़ रहा
जिसमें डेटा न हो वो मैं सिम हूँ
जिसे नेटवर्क मिले न वो प्लान हूँ
राहुल उपाध्याय । 13 जुलाई 2022 । हनुमानगढ़
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