Saturday, February 12, 2022

हर तरफ़ अब यही अफ़साने हैं

https://youtu.be/e-HeHv7BJeo


हर तरफ़ अब यही अफ़साने हैं

हमें तुम्हें कपड़े पहनाने हैं


कितनी सच्चाई है इन बातों में

छोटे बच्चे भी देख न पाए

वो कभी जीन्स तो कभी कुछ ले कर

बखेड़े छोटे-बड़े कर जाए

वोट पड़ जाए न फिर आने हैं


एक हल्का सा बखेड़ा इनका

कभी इसको तो कभी उसको लूटेगा 

किस तरह प्यास बुझेगी इनकी

किस तरह इनका नशा टूटेगा

जिनके हाथों में मज़हबी दस्ताने हैं


उनका जिव्हा पे नहीं है क़ाबू 

कर रहें वादे घूम गली-गली

कभी इतने की, कभी उतने की 

लगा देंगे ये नौकरी 

रास्ते वोट के पुराने हैं


राहुल उपाध्याय । 12 फ़रवरी 2022 । सिएटल 




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