Thursday, March 16, 2023

कहता हूँ तुमसे आज मुझे प्यार है नहीं

कहता हूँ तुमसे आज मुझे प्यार है नहीं 

बिछड़ने का है ग़म मगर खार है नहीं 


ये रूत, ये बाग, ये चाँद-घटा सब हैं सामने

इनका मैं क्या करूँ कि मेरा यार है नहीं 


डगमगा रही है मेरी पाक ज़िन्दगी 

जितना बचूँ मैं पाप से, सुधार है नहीं 


हलक सूखा है प्यास से और प्यास भी नहीं 

दिल और दिमाग़ के साथ जुड़े तार हैं नहीं 


अंधों की बस्तियों में मुझे नैन दिए ही क्यूँ 

श्राप ही मिला है मुझे, उपकार है नहीं 


राहुल उपाध्याय । 16 मार्च 2023 । सिएटल 


इससे जुड़ीं अन्य प्रविष्ठियां भी पढ़ें


0 comments: