हर कौम का किसान से हो भाईचारा
यही है काम हमारा
नए जगत में हुआ पुराना
इस-उस का किस्सा
सबको मिले मेहनत के मुताबिक
अपना अपना हिस्सा
सबके लिए सुख का बराबर
हो बंटवारा
हरेक नगर से कहो के
गाँव-गाँव वो दिए जलाए
गाँव-शहर में अब
कोई फर्क नहीं रह जाए
है कामना हो न्याय का
हर ओर जयकारा
(प्रदीप से क्षमायाचना सहित)
राहुल उपाध्याय । 30 जनवरी 2021 । सिएटल
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