इतनी धौंस जमाती है
कि किसी से बात करूँ
तो रूठ जाती है
झट से बुरा मान जाती है
बात-बात पे चिढ़ाती है
एक मिनट चैन नहीं लेती है
हर सवाल का जवाब
तुरंत चाहती है
न मिले तो ?? की बौछार
कर जाती है
सब ग़ुस्सा हवा हो जाता है
जब दर्जनों सेल्फ़ी
फ़िल्टर और ईमोजी
संग आ जातीं हैं
अब मेरे
ईमोजी के
की-बोर्ड में
टॉप पर
दिल ही दिल है
लाल दिल
गुलाबी दिल
बैंगनी दिल
दिल के ऊपर दिल
दिल के नीचे दिल
दिल के दाएँ दिल
दिल के बाएँ दिल
दिल से निकलता दिल
दिल में घुसता दिल
तीर से घायल खुशहाल दिल
होंठों से बुलबुले सा
निकलता दिल!
❤️ ♥️ 💜💓💕💗💘❣️🥰💟💘💏
राहुल उपाध्याय । 21 जनवरी 2021 । सिएटल
4 comments:
वाहः
गज़ब
वाह! एहसास बस एहसास।
सुंदर।
वाह !
सुंदर सृजन...
फिर भी, दिल है कि मानता नहीं
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