मुझे रात-दिन की ख़ुशी देने वाले
कभी दिल न तोड़ा ख़ुशी देने वाले
कुरबत है तुझसे, तुझसे दया है
बिन तेरे मेरा जहाँ और क्या है
मेरे दिल की दुनिया है तेरे हवाले
क्यूँ आँखों में आँसू लब पे है शिकवा
तू जब है दाता मुझे दुःख किस का
मुझे जान नादान गले से लगा ले
भरोसा है मुझको रहमत पे तेरी
करता हूँ शक मैं नीयत पे मेरी
तू ही थाम तू ही मुझको बचा ले
राहुल उपाध्याय । 23 मई 2021 । सिएटल
0 comments:
Post a Comment