पहले नींद आई
फिर सपने आए
मैंने समझा
उसे मारने आए
सपनों को मैंने मार दिया
अब
जब चाहे नींद आ जाती है
तनिक भी नहीं सकुचाती है
मैं उसका हूँ, वो मेरी है
हम दोनों के बीच नहीं कोई दूजा है
राहुल उपाध्याय । 11 नवम्बर 2023 । फ़रीदाबाद
पहले नींद आई
फिर सपने आए
मैंने समझा
उसे मारने आए
सपनों को मैंने मार दिया
अब
जब चाहे नींद आ जाती है
तनिक भी नहीं सकुचाती है
मैं उसका हूँ, वो मेरी है
हम दोनों के बीच नहीं कोई दूजा है
राहुल उपाध्याय । 11 नवम्बर 2023 । फ़रीदाबाद
0 comments:
Post a Comment