ओह रे कॉल लगे घर के बाहर
इंटरनेट नहीं मिलता रे
एआई-फेआई हैं कहाँ पर
कोई जाने ना
इधर-उधर सड़क खुदी है
जगह-जगह गड्ढे हैं
सब कुछ है घर के बाहर
घर में हैं चूहे रे
सफ़ाई-वफ़ाई है कहाँ पर
कोई जाने ना
कहते हैं हैं हम सबसे अच्छे
जग में हैं आगे रे
कब तक हम झूठ सहेंगे
सच को को न मानेंगे
सच्चाई-वच्चाई है कहाँ पर
कोई जाने का
राहुल उपाध्याय । 18 नवम्बर 2023 । डोल (जिला रीवा, मध्य प्रदेश)
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