पता हो तो घर होता है
घर हो तो पता होता है
वरना किसको
किसका पता होता है
सबका
अपना-अपना भाग्य है
किसी को कुछ
तो किसी को कुछ अता होता है
अब किस-किसको
कोई कहाँ तक समझाए
कि जोड़ने ही से नहीं
सब कुछ जमा होता है
किसी ने किसी से
दोस्ती कर ली
सबको अच्छा लगे
ये कहाँ होता है
दोस्ती-दुश्मनी
प्रेम-ईर्ष्या
क्षणभंगुर जीवन में भी
इनका रोल बड़ा होता है
शिकायत नहीं कोई
ज़िन्दगी से मगर
दु:ख होता है जब कोई
हम-उम्र फ़ना होता है
सब जन्मदिन मना रहे थे
और तुम गुज़र गए
यह भी कोई जाने का
तरीक़ा होता है
(George Michael - Rest in peace.)
26 दिसम्बर 2016
सिएटल | 425-445-0827
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