मैं गया नहीं गया हूँ
और लॉकडाऊन में जा भी नहीं सकता
और न ही जाने का कोई विचार है
विशेष तौर पर पितरों के तर्पण के लिए
मुझे कोई भी ऐसी प्रक्रिया
पसन्द नहीं
जिससे एक वर्ग विशेष ही
लाभान्वित हो
राहुल उपाध्याय । 30 अगस्त 2020 । सिएटल
मैं गया नहीं गया हूँ
और लॉकडाऊन में जा भी नहीं सकता
और न ही जाने का कोई विचार है
विशेष तौर पर पितरों के तर्पण के लिए
मुझे कोई भी ऐसी प्रक्रिया
पसन्द नहीं
जिससे एक वर्ग विशेष ही
लाभान्वित हो
राहुल उपाध्याय । 30 अगस्त 2020 । सिएटल
Posted by Rahul Upadhyaya at 10:02 AM
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Labels: festivals
1 comments:
जी
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