चलो याद तो आईं तुम्हें
गीता जयंती
तुलसी
और अपनी संस्कृति
वरना
गुज़ार देते दिन
यूँही
दाल-रोटी के चक्कर में
कई बार हम
दूसरों को देखकर
सीखते हैं
और
कई बार
नक़ल कर बैठते हैं
पर
स्वीकारने से
हिचकते हैं
एक बात तो बताओ
अगले साल
कौन सी जयंती मनाओगे?
राहुल उपाध्याय । 24 दिसम्बर 2020 । सिएटल
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