Thursday, February 24, 2022

फेरे लिए थे सात होश-ओ-हवास में

फेरे लिए थे सात होश-ओ-हवास में

जीना भी साथ-साथ है, मरना भी साथ-साथ 


उनसे कहा था आओ तो आओ सोच के

चढ़ना भी साथ-साथ है, उतरना भी साथ-साथ 


कहते हैं लोग आजकल दुनिया ख़राब है 

लड़ना भी चाहते हैं, बिफरना भी साथ-साथ 


आँखों में आँखें डाल के कहते तो जानते 

आसां नहीं है मानना, मुकरना भी साथ-साथ 


राहुल उपाध्याय । 24 फ़रवरी 2022 । सिएटल 

https://youtu.be/YXv5HjntaZU




इससे जुड़ीं अन्य प्रविष्ठियां भी पढ़ें


0 comments: