Sunday, February 27, 2022

भेदभाव

जो जहाँ जन्म लेता है 

वही उसकी पहचान है


आँख से निकले तो आँसू 

माथे पर हो तो पसीना

कहीं ओर से निकले तो कुछ और 


चीज़ वही है 

नाम अलग


भेदभाव 

नैसर्गिक है, प्राकृतिक है

सतत है, सर्वत्र है, अनवरत है 


राहुल उपाध्याय । 27 फ़रवरी 2022 । सिएटल 



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