इस देश का लीडर हो मोदी दोबारा, ये कहती हवा
कहा नौ दलों ने के मिल कर कभी हम न देंगे हरा
ये क्या हो गया है, विपक्ष ही नहीं है
कहाँ खो गया है, दम ही नहीं है
ये केजरी की बातें, ये ममता के जलवे
नहीं दे रहे हैं हमें तो मज़ा
कहाँ जा के ढूँढें किसी आदमी को
जो कर दे निछावर सब कुछ उसी को
जो माँ है हमारी, जो जाँ है हमारी
जिसे राजनीति का हो गहरा नशा
चलो फिर से जीते, बुरा तो नहीं है
लोकतंत्र है आख़िर, मरा तो नहीं है
क्या है ज़रूरी, क्यूँ हो ज़रूरी
कि हर बार आए लीडर नया
राहुल उपाध्याय । 16 जुलाई 2023 । मुम्बई
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