Sunday, July 2, 2023

मेरी हो के मेरी रहना

मेरी हो के मेरी रहना

कर ना मुझसे ये वादा


सबसे रूठ गए

सबसे दूर हुए

हमने तुमने

जग से मिल के

खेल कई हैं खेले

मुझको बाँह में ले ले 

तुझ संग मेरी

प्रीत जुड़ी है 

कर ले प्यार ज़रा सा


याद सुहानी है

याद तो आती है 

इन यादों के

ही सायों में

कब से हूँ मैं बैठा

तुमको पास न देखा

राज़ ये क्या है 

मुझको पता क्या 

समझ सको समझाना 


हमको तुमसे

हैं लाखों शिकवे

गिले-शिकवों की 

है लम्बी कहानी 

जो तुमको है सुनानी

शुरू से ही है सुनानी

टेढ़ा-मेढ़ा 

रिश्ता अपना 

सीधी चाल चला ना


राहुल उपाध्याय । 2 जुलाई 2023 । बदलापुर 

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