Monday, July 31, 2023

Re: इतवारी पहेली: 2023/07/23



On Fri, Jul 28, 2023 at 6:48 AM Rahul Upadhyaya <kavishavi@gmail.com> wrote:
इतवारी पहेली:

रही थी अलसाई आँखें ## ##
या फैल रहा था पराग-####

इन दोनों पंक्तियों के अंतिम शब्द सुनने में एक जैसे ही लगते हैं। लेकिन जोड़-तोड़ कर लिखने में अर्थ बदल जाते हैं। हर # एक अक्षर है। हर % आधा अक्षर। 

जैसे कि:

हे हनुमान, राम, जानकी
रक्षा करो मेरी जान की

ऐसे कई और उदाहरण/पहेलियाँ हैं। जिन्हें आप यहाँ देख सकते हैं। 



आज की पहेली का हल आप मुझे भेज सकते हैं। या यहाँ लिख सकते हैं। 
सही उत्तर न आने पर मैं अगले रविवार - 30 जुलाई 2023 को - उत्तर बता दूँगा। 

राहुल उपाध्याय । 23 जुलाई 2023 । सिएटल

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