चूँकि उपभोक्ता हूँ मैं
क्या इस कारण जनता हूँ मैं?
या चूँकि जनता हूँ मैं
इस कारण उपभोक्ता हूँ मैं?
हवा-पानी
पेड़-पौधें
चाँद-सितारें
ये सब आए कैसे?
और हैं किसके सहारे?
सोचने लगा
तो समझ में आया
कि सच पूछो तो
मात्र उपभोक्ता है हम
और एकमात्र जनता है वो
पूजते हैं उसे
मानते हैं उसे
बार-बार हम
पुकारते हैं उसे
सोचने लगा
तो समझ में आया
कि सच पूछो तो
एकमात्र राजा है वो
और उसकी जनता है हम
जनता है वो
जनता है हम
Q.E.D.
सिएटल,
26 मार्च 2008
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Glossary
Q.E.D. = quod erat démōnstrandum (which was to be shown or demonstrated; or in High School slang, question easily done)
उपभोक्ता = 1. consumer
जनता = 1. masses 2. to produce, to procreate
Wednesday, March 26, 2008
Q.E.D.
Posted by Rahul Upadhyaya at 12:55 PM
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2 comments:
bahut hi khoobsarat abhivvakti hai,
isha aur manav man ki sankaplanaa par adhaarit.
aaj ke upbhoktaawaadi samay mey kyaa ahsaas hai.
congrats for nice expression
Are Bhaiya, yeh kab likhee? Acchee hai, bahut acchee hai.
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