Saturday, May 1, 2021

प्रेम कविताएँ

मुझे ख़ुशी है कि

इस विपदा के काल में भी 

वह लिख लेती हैं प्रेम कविताएँ 

जो किसी को दिखा नहीं सकती


मुझे ख़ुशी है कि

आधी रात तक

हम करते रहते हैं बातें 

और कोई पूछे तो

हम बता भी नहीं सकते कि क्या


गुड नाइट 

गुड मॉर्निंग

भेजती है 

पूरे दिल से


हज़ारों 

देवी-देवताओं 

फूल-मालाओं 

से सुसज्जित 

गुड मॉर्निंग

गुड नाइट में 

वो बात कहाँ 

जो उसके एक 💜 में है


राहुल उपाध्याय । 1 मई 2021 । सिएटल 





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