नदी बहती है
नदी कहती है
नदी
बहते-बहते
कहती है
कहती है
सुनती नहीं
दीवारें सुनती हैं
कहतीं नहीं
जो सुनता है
वह कहता नहीं
जो कहता है
वह सुनता नहीं
राहुल उपाध्याय । 24 मई 2021 । सिएटल
नदी बहती है
नदी कहती है
नदी
बहते-बहते
कहती है
कहती है
सुनती नहीं
दीवारें सुनती हैं
कहतीं नहीं
जो सुनता है
वह कहता नहीं
जो कहता है
वह सुनता नहीं
राहुल उपाध्याय । 24 मई 2021 । सिएटल
Posted by Rahul Upadhyaya at 1:14 AM
आपका क्या कहना है??
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2 comments:
वाह, बहुत सुंदर।
जो कहता है
वह सुनता नहीं
...
.........बिल्कुल सही लिखा आपने। सराहनीय।
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