तू मेरी वैक्सीन है
तू मेरी हर खुशी है
तू ही मास्क
तू ही डॉक्टर
तू ही औषधि है
लम्बी उमर का अरमान है तू
पढ़ के भी घुस न पाए, वो ज्ञान है तू
तू ही मेरी पहली ख़्वाईश
तू ही आखिरी है
हर साँस तन की मेरी तुझको दुआ दे
खुशियां तुझे ग़म सारे मुझको खुदा दे
तुझको भुला ना पाया
मेरी बेबसी है
राहुल उपाध्याय । 12 मई 2021 । सिएटल
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