Monday, May 8, 2023

स्नूज़ पे स्नूज़ दबाते रहो

स्नूज़ पे स्नूज़ दबाते रहो

देर तक चादर ताने रहो


आँख में आए जो नींद कभी

उसको गले से लगाते रहो


अपना क़िस्सा दुख का सागर

सबको सुखी हो बताते रहो


जाए मौसम, जाए बला से

ऐ-सी के गुण गाते रहो


आए मोड़ पे ठेले जितने

सबका धंधा चलाते रहो 


राह में आए जो दुख कभी

चैन की बंसी बजाते रहो


राहुल उपाध्याय । 8 मई 2023 । सिएटल 


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