Tuesday, July 29, 2008

गुड नाईट

"गुड नाईट"
"भाड़ में जाए आप"
पवित्र प्यार

"गुड नाईट"
"भाड़ में जाओ तुम"
विशुद्ध क्रोध

तुम या आप
चाहे जो कहो तुम
अपना लगे

मैं और तुम
करें बातें ऐसे ही
प्रार्थना करें

सिएटल,
29 जुलाई 2008

इससे जुड़ीं अन्य प्रविष्ठियां भी पढ़ें


3 comments:

परमजीत सिहँ बाली said...

बहुत बढिया!!

Anonymous said...

क्या खाक बढ़िया, हमें तो समझ में ही नहीं आई कि आप कहना क्या चाहते हैं.

Anonymous said...

क्या खाक बढ़िया, हमें तो समझ में ही नहीं आई कि आप कहना क्या चाहते हैं.